भारत सरकार, वित्त मत्रांलय, राजस्व विभाग,
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड

निष्पादन प्रबंधन महानिदेशालय
IDY-Logo

नया क्या है

  • अनुवादक वरिष्ठता सूची दिनांक 11.10.2019…english
  • ड्राफ्ट ट्रांसफर दिशा-निर्देश दिनांक 07.08.2020…English

गैलरी

किए गए निरीक्षण

 

पुनर्गठन एवं कैडर पुनर्गठन के उपरांत, केंद्रीय माल और सेवा कर के आयुक्तालय बढ़ कर 146 हो गए हैं और डीजीपीएम वर्ष में इसके एक तिहाई का निरीक्षण कर रहा है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवाकर के सभी आयुक्तालयों का तीन वर्ष में कम से कम एक बार निरीक्षण हो जाए।


फा.सं. 296/02/2010-सीएक्स, दिनांक 10.05.2010 से जारी सचिव, सीबीआईसी के पत्र द्वारा सुझाव दिया गया था कि निरीक्षण बीएमबी संख्या 32/10 के अनुसार किए जाएं। इसको देखते हुए, निम्नलिखित तरीके से निरीक्षण किए जाने प्रस्तावित हैं:-


1. डीजीपीएम और इसकी 5 क्षेत्रीय इकाइयां मुख्य रूप से आयुक्तालय के मुख्यालय का निरीक्षण संबंधित आयुक्तालय के जोखिम मापदंडों की सतर्क प्रोफाइलिंग के आधार पर करेंगी।


2. आयुक्तालय के संबंध में डीजीपीएम द्वारा जारी की गई निरीक्षण रिपोर्ट के अनुपालन की प्राथमिक जिम्मेदारी क्षेत्राधिकारी मुख्य आयुक्त की होगी।


पिछले 5 वर्षों में डीजीपीएम (मु.) और इसकी 5 क्षेत्रीय इकाइयों द्वारा निरीक्षण किए गए केंद्रीय माल और सेवा कर के आयुक्तालयों की संख्या इस प्रकार है:-


वर्ष मुख्य कार्यालय उत्तरी क्षेत्रीय इकाई दक्षिणी क्षेत्रीय इकाई पूर्वी क्षेत्रीय इकाई मध्य क्षेत्रीय इकाई पश्चिमी क्षेत्रीय इकाई कुल
2015-16 8 7 9 10 6 10 50
2016-17 11 10 7 7 4 13 52
2017-18 9 9 9 9 6 9 51
2018-19 10 7 8 6 3 6 40
2019-20 10 7 5 8 1 8 39
2020-21 10 7 5 8 1 8 39
2021-22 11 8 7 4 4 7 41

महानिदेशक के डेस्क से


main
सुश्री रेशमा लखानी
महानिदेशक, डीजीपीएम

केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सी.बी.आई.सी) के निष्पादन मूल्यांकन स्कंध के रूप में, निष्पादन प्रबंधन महानिदेशालय का फील्ड कार्यालयों द्वारा हितधारकों को सुनिश्चित सेवाएं इष्टतम रूप से देने के लिए अपनाई जा रही प्रक्रियाओं का मूल्यांकन करने का प्रयास रहा है।
इस निदेशालय द्वारा फील्ड कार्यालयों की दक्षता की मापनीयता सुनिश्चित करने और कर प्रशासन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए लक्ष्य निर्धारण, रणनीतियां तैयार करने और निर्धारित मानकों के साथ वार्षिक कार्य योजनाओं को सुगम बनाने जैसे कार्य किए जाते हैं।
निष्पादन प्रबंधन महानिदेशालय मुख्यत: सीमा शुल्क एवं केंद्रीय माल और सेवा कर आयुक्तालयों के निरीक्षण करता है। सी.बी.आई.सी. के अधीन सभी 18 निदेशालयों का संवर्ग नियंत्रक प्राधिकरण होने के साथ-साथ यह बकाया कर की वसूली (टीएआर) हेतु और राजभाषा कार्यान्वयन हेतु नोडल कार्यालय भी है।
कोविड महामारी के दौरान, जवाबदेही और पारदर्शिता के साथ कागज-रहित कार्यालय की ओर बढ़ते हुए, निष्पादन प्रबंधन महानिदेशालय ने सी.बी.आई.सी के सभी कार्यालयों में ई-कार्यालय अनुप्रयोग को लागू किया है।
चूंकि सी.बी.आई.सी के अधीन सभी कार्यालयों के लिए, नई निष्पादन प्रबंधन प्रणाली - "आकलन"का क्रियान्वयन कर दिया गया है, निष्पादन प्रबंधन महानिदेशालय सिस्टम के तहत तीन बकेट अर्थात मासिक निष्पादन प्रबंधन के साथ जीएसटी/सीमा शुल्क के चयनित कार्यात्मक क्षेत्रों के लिए निष्पादन मेट्रिक्स; तिमाही "साधित" (स्व-मूल्यांकन और निपटान) लक्ष्य और उस पर निष्पादन; और आवधिक बैठकों और उसमें उठाए गए मुद्दों पर मासिक रिपोर्ट के संबंध में ज़ोन वार और निदेशालय वार डेटा के संग्रहण और तुलना के लिए उत्तरदायी है। परितुलित डेटा मासिक और त्रैमासिक आधार पर बोर्ड कार्यालय [सी.बी.आई.सी] को प्रस्तुत किया जाता है।
साइट हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है और प्रयास है कि इसे नियमित रूप से अद्यतन किया जाए।
किसी भी तरह के फीडबैक और सुझावों का स्वागत है। अपने फीडबैक और सुझाव dgpm-cbic@gov.in पर ई-मेल द्वारा भेज सकते हैं।

<< पीछे