क्षेत्राधिकारी आयुक्त अपने प्रभार के अधीन तंत्र तथा सेवाओं के प्रभावी कामकाज को सुनिश्चित करने हेतु पहले की तरह ही उत्तरदायी होंगे। |
तंत्र तथा सेवाओं का निरीक्षण मासिक रूप से क्षेत्राधिकारी उप/सहायक आयुक्त अथवा क्षेत्राधिकारी आयुक्त द्वारा नामित उसी रेंक के किसी अधिकारी द्वारा किया जाएगा। निरीक्षण परिणामों को संबंधित उप/सहायक आयुक्त द्वारा मासिक रूप से अपने संबंधित आयुक्त को संप्रेषित किया जाएगा।
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आयुक्तालयों द्वारा बोर्ड एवं निष्पादन प्रबंधन महानिदेशालय को भेजी जाने वाली मासिक तकनीकी रिपोर्टों (एमटीआर) में, “तंत्र तथा सेवाओं का निरीक्षण” शीर्षक के अधीन एक अलग खंड समाविष्ट किया जाए। इस शीर्षक के अधीन, यथा उपरोक्तानुसार प्रत्येक तंत्र और सेवाओं के संबंध में निरीक्षण परिणामों को रिपोर्ट किया जाएगा।
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माह के दौरान किसी तंत्र अथवा सेवा के कामकाज में किसी विफलता का पता चलने पर, उसे एमटीआर में ऐसी विफलतातों को दूर करने के लिए भी की गई कार्रवाई के बारे में दर्शाते हुए विशिष्ट रूप से दर्शाया जाएगा। ऐसी विफलताओं को दूर करने के लिए क्षेत्राधिकारी आयुक्त द्वारा त्वरित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद वाले माह की रिपोर्ट में विफलताओं को दूर करने में लगा समय भी दर्शाया जाना चाहिए।
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संबंधित उप/सहायक आयुक्तों द्वारा किए जाने वाले मासिक निरीक्षण के अतिरिक्त, आयुक्तालयों को उपलब्ध कराए गए तंत्र और सेवाओं के समुचित एवं प्रभावी कामकाज का सत्यापन भी संबंधित अपर/संयुक्त आयुक्त द्वारा तिमाही रूप से एवं क्षेत्राधिकारी आयुक्त द्वारा छमाही रूप से किया जाएगा। संगत माह की एमटीआर में तिमाही/छमाही सत्यापन का विवरण विधिवत रूप से दर्शाया जाएगा।
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“तंत्र तथा सेवाओं का निरीक्षण” संबंधी एमटीआर का सार राजस्व आसूचना महानिदेशालय, आयुक्त (निवारक प्रचालन) और आयुक्त (प्रणाली) को भेजा जाएगा। |
निष्पादन प्रबंधन महानिदेशालय रिपोर्टों का समेकन करेगा और एमटीआर पर मासिक रिपोर्ट बोर्ड को भेजेगा।निरीक्षण महानिदेशालय एमटीआर रिपोर्टों को समेकित करेगा और समेकित मासिक रिपोर्ट बोर्ड को भेजेगा। |
निष्पादन प्रबंधन महानिदेशालय आयुक्तालयों द्वारा अपनी एमटीआर में रिपोर्ट किए गए तंत्र और सेवाओं के समुचित, निर्विध्न और प्रभावी कामकाज के संगत और महत्वपूर्ण पहलूओं को बोर्ड को भेजी जाने वाली अपनी रिपोर्ट में विशिष्ट रूप से दर्शाएगा।
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